सुना है कि सब कुछ उपरवाला करवाता है? अगर वही सबकुछ कराता है तो फिर इतने सारे गलत काम क्यों होते हैं? और उसका फल हम क्यों भोगते हैं ये कुछ सवाल हैं जो गुजरात के जामनगर निवासियों से जीवन प्रबंधन विशेषज्ञ बीके शिवानी ने पूछें और बड़े ही सहजता से इन प्रश्नों के उत्तर भी दिये
प्रदर्शन ग्राउंड में हुए इस कार्यक्रम में बीके शिवानी ने दो बिलीव सिस्टम बताये जिसमें से उन्होंने स्वयं के भाग्य का निर्माता स्वयं को बताया व सदा श्रेष्ठ कर्म करने की सलाह दी, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यदि हमें अपनी सेहत अच्छी रखनी है, संबंधों को अच्छा बनाना है तो हमें स्वयं ही ध्यान देना होगा।
कार्यक्रम में मुम्बई से आये फिल्म अभिनेता सुरेश ओबेराय ने अपने जीवन के अनुभवों को साझा करते हुये कहा कि जब राजयोग द्वारा परमात्मा से कनेक्शन हो जाता है तो जीवन में बहुत फर्क पड़ता है।
इस कार्यक्रम में हजारों लोगों ने यह जाना कि हम जो कर्म करते हैं उसी के अनुसार हमें फल मिलता है और हमारा भाग्य बनता है, कार्यक्रम के अंत में उन्होंने राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास कराया जिसमें सभी ने शांति की अनुभूति की।
इसीक्रम में वीआईपी एवं डाक्टर्स के लिये जीवन का उदेदश्य विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें बीके शिवानी ने जीवन के मूल उद्देश्य से रूबरू कराते हुये कहा कि हर व्यक्ति जीवन में सुख शांति व खुशी प्राप्त करना है जो केवल आत्मिक स्वरूप में स्थित होने से ही अनुभव होगी, इस दौरान राजयोग मेडीटेशन का महत्व बताते हुये कहा कि इसके अभ्यास से हम असीम उर्जा के स्त्रोत परमात्मा से भी मिलन मना सकते हैं।
ऐसे ही रिलाइंस ग्रीन टाउनशिप में मोटीवेशनल टॉक का आयोजन किया गया जिसमें बीके शिवानी ने आत्मविश्वास, हिम्मत एवं जीवन को उमंग उत्साह से कैसे भरपूर रखें इस पर व्याख्यान देते हुये बताया कि हर परिस्थिति में स्वाचिंतन एवं राजयोग के अभ्यास से हमारे अंदर अनेक शक्तियों का विकास होता है जिससे हम जीवन के हर क्षेत्र में सफल हो सकते हैं।