Gujarat
1 min readनारी का सम्मान करना और उसके हितों की रक्षा करना हमारे देश की सदियों पुरानी संस्कृति रही है परंतु यह एक विडंबना ही है कि भारतीय समाज में नारी की स्थिति अत्यंत विरोधाभासी रही है एक तरफ उसे शक्ति के रूप में प्रतिष्ठित किया गया है तो दूसरी ओर उसे बेचारी अबला भी कहा जाता है ऐसे समय में समाज को नारियों को स्वयं उसकी शक्ति से परिचय कराने और उसे जागृत करने के लक्ष्य से गुजरात में राजकोट के पंचशील और सिरसा के विश्व शांति सरोवर सेवाकेंद्र द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
पहली तस्वीर राजकोट के पंचशील सेवाकेंद्र द्वारा आयोजित बा-बेटी-बहु स्नेहमिलन कार्यक्रम की है तो दूसरी तस्वीर सिरसा सेवाकेंद्र पर विशेष आयोजन की…राजकोट में मेयर बीना आचार्य समेत सामाज की कई प्रतिष्ठत महिलाएं उपस्थित रहीं जिन्हें राजकोट की क्षेत्रीय निदेशिका बीके भारती ने अपनी शुभकामनाएं दी….महिलाओं के द्वारा प्रदर्शित नृत्यनाटिका सभी के लिए प्रेरणादायी रही…..इसके अलावा सिरसा में स्टेट प्रोटेक्शन ऑफिसर साधना मित्तल तथा एसएचओ राजबाला, सेवाकेंद्र प्रभारी बीके बिंदू ने आध्यात्मिकता और मूल्यों का महत्व बताया।
साथ ही घरों में काम कर अपनी अपने बच्चों को शिक्षित करने तथा परिवार की आजीविका चलाने वाली महिलाओं के सम्मान में भी विशेष कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमें हिसार डिवीज़नल चाइल्ड वेल्फेयर ऑफिसर कमलेश चाहर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहीं अंत में उन महिलाओं को परमात्मा के घर यानी सेवाकेंद्र से ईश्वरीय सौगात दी गई।