राजस्थान के बाड़ी में भी बीके भगवान् ने कहा कि हमारे विचार शुद्द, स्पष्ट, आशावादी और परोपकारी होने चाहिए तथा यही जीवन का मूल मंत्र है की हम बड़ी से बड़ी चुनौतियों पर अपने सकारात्मक विचारों के माध्यम से जीत प् सकते है, आगे उन्होंने परमात्मा की एवं स्वयं का सत्य परिचय देते हुए सभी को राजयोग अभ्यास का महत्त्व स्पष्ठ किया, कार्यकम में सरकारी हॉस्पिटल के मुख्य चिकित्सक अधिकारी डॉ. शिवदयाल मंगल, डॉ. केके गोयल, बीके अम्बिका, बीके ममता एवं बीके रेनू भी उपस्थित रही।