आज बुलेटिन में सबसे पहली खबर ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी जी की है दादी जानकी जी इस नए वर्ष में अपने पहले प्रवास पर आन्ध्रप्रदेश पहुंची, मौका था विशाखापट्नम में नवनिर्मित भवन ‘हारमनी हाउस’ के उद्घाटन एवं महारानीपेटा में ईश्वरीय सेवाओं की रजत जंयती समारोह का जहां दादी के कदम पड़ते ही संस्थान के सदस्यों ने पूरे हर्षोल्लास से दादी जी का स्वागत किया।
बीच रोड से लेकर सेवाकेन्द्र तक सदस्यों द्वारा भव्य यात्रा निकाली गई, यहां दादी जी के पहुंचते ही पूरा वातावरण बहुत ही दिव्य और आनंद से भर गया। यह एक यादगार दृश्य था जहां एक तरफ सागर की लहरें और दूसरी ओर पूरे ब्रह्माकुमारीज़ परिवार के दिलों में खुशी की लहरें थी। इस मौके पर सड़क और भवन मंत्री च अय्याना पथरुडू, संस्था में महाराष्ट्र, तेलंगाना एवं आंध्रप्रदेश ज़ोन की निदेशिका बीके संतोष, मुम्बई के मुलुंड सबज़ोन प्रभारी बीके गोदावरी, हैदराबाद के शांति सरोवर की निदेशिका बीके कुलदीप ने आदर व प्रेम से दादी जानकी का स्वागत किया, जिसके बाद शिवध्वजारोहण कर विधिवत हारमनी हाउस एवं भवन में बने प्रत्येक कक्ष का दादी जी के करकमलों से उद्घाटन हुआ।
भवन के उद्घाटन समेत यहां महारानीपेटा सेवाकेन्द्र की रजत जयंती भी मनाई गई, जिसकी व्यवस्था सिरिपुरम के गुराजादा ऑडिटोरियम में हुई, इस अवसर पर विशाखापट्नम में संस्थान से जुड़े हज़ारों सदस्यों समेत काकीनाडा सेवाकेन्द्र की प्रभारी बीके रजनी, विजयानगरम की प्रभारी बीके अन्नापूर्णा समेत अन्य कई वरिष्ठ बीके बहनें मुख्य रुप से मौजूद रही।
इसके पश्चात् हारमनी हाउस के हॉल में शहर के सभी गणमान्य व्यक्तियों के लिए भी कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें सांसद, विधायक, आई.ए.एस, आई.पी.एस तथा नौसेना अधिकारियों समेत अन्य कई विशिष्ट लोग शामिल हुए, जिनको सम्बोधित करते हुए दादी जानकी ने सभी अतिथियों को खुद को गेस्ट ना समझ घर का सदस्य समझने की बात कही, साथ ही जीवन में सत्यता, पवित्रता, विनम्रता, धैर्य और मधुरता आदि गुणों को धारण को कहा।
दादी के विशाखापट्नम प्रवास के दौरान यहां के सदस्यों द्वारा उनका 103वां जन्मदिन भी इस बीच मनाया गया, जिसमें उपस्थित सभी लोगों ने दादी जी के दीर्घायू की कामना की।