अमरावती वैसे तो आंध्रप्रदेश की राजधानी होने के कारण प्रदेश का केंद्र तो है ही लेकिन अब जल्द ही आध्यात्मिक शांति व शक्तियों को फैलाने का केंद्र भी बनेगा। आंध्रप्रदेश के मुख्य मंत्री चंद्रबाबू नायडू ने ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी व 10 हज़ार से भी अधिक लोगों की उपस्थिति में यूनीवर्सल पीस रिट्रीट सेंटर का शिलान्यास किया। 10 एकड़ में बनने वाले इस रिट्रीट के मॉडल को देखकर उन्होंने आशा जताई की भविष्य में यह स्थान दुनिया में शांति फैलाने वाले केंद्रो में से एक अंतर्राष्ट्रीय मान्याता को प्राप्त करने वाला केंद्र बनेगा।
अमरावती की धरती पर भविष्य में होगी ज्ञानअमृत वर्षा | जिसके गवाह बने 10 हजार से अधिक लोग , मौका था यूनिवर्सल पीस रिट्रीट सेंटर के शिलान्यास का जिसके लिए आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू पहुंचे थे | जिनका स्वागत किया ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के कार्यकारी सचिव बीके मृंत्युजय ने इसके पश्चात् मुख्यमंत्री जी ने भेंट की राजयोगिनी दादी जानकी से , दादी ने ईश्वरीय कार्य में मददगार बनने के लिए मुख्यमंत्री जी को ढेर सारी दुआअें दी।
इसके बाद स्वयं मुख्यमंत्री जी दादी जी की आगवानी करते हुए पहुंचे पूजा स्थल पर जहां मुख्यमंत्री जी ने दादी की उपस्थिति में भूमि पूजन करते हुए शिलन्यास किया।
मौका ऐसे पवित्र कार्य की शुरूआत का हो तो एक भव्य कार्यक्रम का होना तो लाज़मी है मुख्यमंत्री जी ने उदबोधन में कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान ने सदैव मुझे अपने परिवार का सदस्य माना है, जोकि मेरे लिए एक सबसे बड़ा वरदान है | इसके पश्चात उन्होने दादी जी से अनुरोध करते हुए कहा कि इस रिट्रीट सेंटर को दुनिया का ऐसा सर्वश्रेष्ठ सेंटर बनाये और मुझे पूर्ण विश्वास है कि यहां से युवाओं, महिलाओं और सर्व मनुष्य जाति का सच्चा सशक्तिकरण होगा।
यह एक ऐतिहासिक मौका था जब 102 वर्षिय दादी ने उत्साह से भरे जनसमूह को आर्शीवचन देते हुए दादी ने कहा कि परमपिता परमात्मा ने ऐसी कला सिखाई है कि मेरा समय, स्वास और संकल्प सदा सफल होता ही आ रहा है |
मौके पर कई विधायक, सासंद, सरकारी अधिकारीयो, बीके मृत्युजंय, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, और महाराष्ट्र ज़ोन की निदेशिका बीके संतोष, शांतिसरोवर की निदेशिका बीके कुलदीप, वारग्ल सबज़ोन प्रभारी बीके सविता, विजयवाड़ा सेवकेंद्र प्रभारी बीके शांता भी उपस्थित थी।
1500 लोगो की आवासीय सुविधा, 2000 से अधिक लोगो के एकसाथ मेडिटेशन करने के लिए हॉल, म्यूज़ियम, लेजर शो आदि सुविधाओं से यह यूनिवर्सल पीस रिट्रीट सेंटर में सम्पन्न होगा | जिसमें पूरे वर्ष राजयोग शिविर, महिलाओ, युवाओं और छोटे बच्चों के सशाक्तिकरण के लिए सेमिनार, वर्कशॉप आयोजित किये जायेंगे।
आपको बता दें, चंद्रबाबू नायडू 2001 में ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के मुख्यालय माउंट आबू के शांतिवन का अवलोकन करने आए थे। शांतिवन की शांति व आध्यात्मिक उर्जा से भरपूर वातावरण को देखकर काफी प्रभावित हुए, जिसके परिणाम स्वरूप आईटी कम्पनीज़ का हब कही जाने वाली नगरी हैदराबाद में उन्होनें 34 एकड़ जमीन रिट्रीट सेंटर बनाने के लिए मुहैया करायी थी। भविष्य में वही स्थान .शांति सरोवर रिट्रीट सेंटर लोगो को रिलैक्स, रिफ्रैस और रिचार्ज करने का एक आदर्श स्थान बना हुआ है जहां प्रतिवर्ष समाजोत्थान के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।