पिछले 32 सालों से हर वर्ष मनाए जाने वाला विश्व तम्बाकू निषेध दिवस विशेष लोगों को तम्बाकू से होने वाले स्वस्थ्य हानियों से सचेत करने एवं अवगत कराने का दिन है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ‘डब्ल्यूएचओ‘ द्वारा 1987 में इसकी शुरुआत की गई थी वर्ष 2019 की थीम ‘तंबाकू और फेफड़े का स्वास्थ्य‘ रही, जिसके तहत देशभर में जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन हुआ बुलेटिन की शुरुआत आज.. इसी खबर से है।
भारत में कई साल पहले सार्वजनिक स्थानों पर स्मोकिंग करने पर रोक लग चुकी है.. लेकिन इसका पालन पूरी तरीके से नहीं किया जा रहा है। यदि आप सिगरेट नहीं पीते हैं और सोचते हैं कि आसपास किसी दूसरे के स्मोक करने से फर्क नहीं पडे़गा तो आप.. गलत सोचते हैं। विशेष.. वर्ल्ड नो टबैको डे पर लोगों में यही जागरुकता फैलाई जा रही है.. कि तम्बाकू का सेवन एवं आसपास सिगरेट पीने वालों से आपका स्वास्थ्य किस तरह प्रभावित होता है।
देश के कई हिस्सों में ब्रह्माकुमारीज़ द्वारा अनेक स्थानों पर व्यसनमुक्ति प्रदर्शनियों एवं रैलियों के माध्यम से लोगों को तम्बाकु से होने वाले नुकसानों से अवगत कराया गया।
तमिलनाडु में तिरुवन्नामलई के कलेक्टर ऑफिस में मेरा शहर व्यसनमुक्त शहर थीम के तहत कार्यक्रम हुआ, जहां आई.ए.एस- के.एस कांदसामी, तिरुवन्नामलई सेवाकेन्द्र प्रभारी बीके उमा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए अभियान का शुभारम्भ किया। जिसके पश्चात् शहर में वाहन रैली निकाली गई।
रैली के समापन के बाद चित्र प्रदर्शनी का भी आयोजन हुआ, जहां बड़ी संख्या में लोगों ने प्रदर्शनी का लाभ लिया एवं अपने जीवन को नशामुक्त बनाने का संकल्प किया।