तेलंगाना सरकार ने ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान को एक हफ्ते में एक लाख शीड बॉल तैयार करने की जिम्मेवारी दी है, जिसके तहत हैदराबाद के शांतिसरोवर में सैकडो की संख्या में बीके सदस्यों ने बढ़ चढ़ कर भागीदारी निभाई।
इस शीड बॉल में वृक्ष का बीज लाल मिट्टी से ढ़का हुआ रहता है,जिससे बीज अच्छी तरह से कीट, चींटियों, पक्षियों आदि से सुरक्षित रहता है। यह शीड बॉल एक छोटे इको सिस्टम का बेहतरीन उदाहरण है। शीड बॉल जब सूख जाती हैं तो इसे उन स्थानों पर जहां पेड़ो की आवश्यकता होती है और गड्ढो को खोदना आसान नहीं होता। वहां फैला दिया जाता है और मानसून आने पर बारिश की बूंदे पडती है तो बीज के उपर का कवर हट जाता है चूंकि बीजो का अंकुरण शुरू हो चुका होता है तो आसानी से जमीन को पकड़ लेता है। वृक्षारोपण को बढ़ावा देने का यह सबसे आसान तरिका है। प्राचीन काल में लोग इसी पद्धति का उपयोग करते थे।
इस पर्यावरण सहायता कि पहल पर नेशनल ऐकडमी ऑफ कंस्ट्रक्शन के 200 युवाओं ने भी अपनी प्रेमपूर्वक सेवाओं का सहयोग दिया। इनके इस सहयोग को देखकर शांतिसरोवर की निदेशिका बीके कुलदीप ने अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की।