आईटी हब हैदराबाद में लोगों को आध्यात्मिक ज्ञान और राजयोग मेडिटेशन से रूबरू कराने वाले शांतिसरोवर रिट्रीट सेंटर को पूरे 50 साल हो गये हैं, इन 50 सालों में इस स्थान से लाखों लोगों में आध्यात्मिक लौ जगी है। जिससे वे इस तनाव और भाग दौड़ भरी जिन्दगी में भी स्वयं को सुकून में और सुरक्षित महसूस करते हैं तो ऐसे स्थान के 50 वर्ष पूर्ण होने पर जश्न का होना तो लाज़मी है। और हुआ भी ऐसा ही। शांतिसरोवर की गोल्डन जुबली सेलिब्रेट की गयी।
इस सेलिब्रेशन के मौके पर चार चांद तब लग गये। जब संस्था प्रमुख राजयोगिनी दादी जानकी का आगमन हुआ। दादी जी ने हाथ हिलाकर हज़ारों की संख्या में मौजूद लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।
खुशी के इस मौके पर तेलंगाना और आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के जज एम गंगा राव, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व अध्यक्ष जस्टिस वी.ईश्वरैया, मरगादारसी चिट फंड लिमिटेड की एमडी शैलजा किरण, इंडियन बैडमिंटन टीम के चीफ नेशनल कोच पुलेला गोपीचंद, हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर पी अप्पा राव, तेलंगाना स्पोर्टस अथारिटी के वीसी एंड एमडी ए.दिनकर बाबू, संस्था के कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय, महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की निदेशिका बीके संतोष मुख्य रूप से मौजुद थी।
दादी जानकी ने अपने आर्शीवचन में कहा कि खुशी जैसी खुराक नहीं और गम जैसा मर्ज नहीं। इसलिए सदा अपने स्वर्धम में स्थित रहो। साथ ही सभा में उपस्थित अतिथियों ने भी अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की।
शांति सरोवर रिट्रट सेंटर की निदेशिका बीके कुलदीप ने दादी द्वारा दी गयी पालना को याद करतें हुए दादी का धन्यवाद दिया।
इस भव्य समारोह का समापन कई सुंदर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ हुआा।