हैदराबाद के शांतिसरोवर में बाथुकम्मा महोत्सव पर ब्रह्माकुमारीज़ और तेलंगाना सरकार के द्वारा वैश्विक सांस्कृतिक महोत्सव का भव्य आयोजन हुआ जिसमें दुनिया भर के 25 देशों के कलाकारों ने अपनी रंगारंग प्रस्तुतियों द्वारा सभी का मनोरंजन किया। इसमें सबसे अधिक प्रशंसा बटोरी बाथुकम्मा खेलने वालों की पारम्परिक पोशाक में विदेशियों के नृत्य ने।
हिम्मत, निष्ठा, प्रेम और समर्पण का दूसरा नाम है एलेक्सी तालाई 16 वर्ष की आयु में एक दुर्घटना में अपने दोनो हाथ और पांव गंवाने के बाद जहां लोग दूसरों की सहानुभूति की उम्मीद करते हैं वहां एलेक्सी तलाई अपने बुलंद हौसलों से आज करोड़ो के लिए एक प्रेरणा के स्त्रोत बन गए आईए सुनते हैं उनकी कहानी उन्हीं की जुबानी
दर असल एलेक्सी हैदराबाद, बाथुकम्मा महोत्सव में शरीक होने यहां थे। वे कुछ समय पहले ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के सम्पर्क में आए हैं और वे संस्थान की शिक्षाओं और राजयोग मेडिटेशन से काफी प्रभावित है । उन्होंने अपनी प्रेरणादायी कहानी से हैदराबाद निवासीयों के दिलों में घर बना लिया है।
महोत्सव के मुख्य अतिथि तेलंगाना के पर्यटन और संस्कृति विभाग के प्रधान सचिव बुरा वेंकटेशम ने डिवाइन लाईट इंटरनेशनल कल्चरल ग्रुप की निदेशिका बीके संतोष की सराहना करते हुए कहा कि ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान की मातृशक्ति ही धरा पर स्वर्ग ला सकती है।
इस महोत्सव में उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अमरनाथ, पूर्व न्यायमूर्ति वी ईश्वरैय्या, टीडीपी के नेता श्री रमन, ब्रह्माकुमारीज़ में इंडोनेशिया के रिजनल कॉर्डिनेटर बीके जानकी, वाशिंगटन से मेडिटेशन सेंटर की डायरेक्टर बीके डॉ. जेना, शांतिसरोवर की निदेशिका बीके कुलदीप मुख्य रूप से उपस्थित थीं।
अंत में सभी विशिष्ट अतिथियों को बीके कुलदीप और बीके संतोष ने सम्मानित किया।