परंपरागत ऐसी मान्यता है की अंधकार शून्यता, अज्ञानता और बुराई का तो वही प्रकाश ज्ञान और सत्य का प्रतीक माना जाता है जब यही प्रकाश आध्यात्मिकता द्वारा अंतर्मन में उजागर होता है तो स्व के एवं औरों के उत्थान का कारण बनता है अपने अन्दर निहित प्रकाश को समझने के लिए हैदराबाद के शांति सरोवर रिट्रीट सेण्टर द्वारा बीइंग ग्रेट एंड लाइट विषय पर ऑनलाइन सेशन आयोजित किया गया जिसे संबोधित करने के लिए मुख्य वक्ता के तौर पर मुंबई से कंसलटेंट पीडियाट्रिक नेफ्रोलोजिस्ट बीके डॉ मनोज मटनानी को आमंत्रित किया गया।