अब तेलांगना का बटुकम्मा महोत्सव अन्तरराष्ट्रीय हो जायेगा। इसके लिए बकायदा तेलांगना सरकार तथा ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान ने विशेष पहल की है। इसकी शुरुआत भी हैदराबाद के शांति सरोवर में ^Spirit of Life’ और ‘Thought for Today’ परियोजना का शुभारंभ करके कर दिया गया,इस परियोजना का शुभारंभ तेलंगाना सरकार की सासंद के कविता गारू, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के सचिव बी. वेंकटेशम गारू, एनसीबीसी के पूर्व अध्यक्ष जस्टिस वी ईश्वरैय्या, फिल्म अभिनेत्री ग्रेसी सिंह, माउंट आबू से मुख्यालय शांतिवन की कार्यक्रम प्रबंधिका बी.के. मुन्नी, कला एवं संस्कृति प्रभाग की राष्ट्रीय संयोजिका बी.के. कुसुम, मुख्यालय संयोजक बी.के. दयाल, शांतिसरोवर की निदेशिका बी.के. कुलदीप ने दीप जलाकर किया।
प्रकृति का एक नियम है जो भी प्रकृति से आया है उसे प्रकृति में मिल ही जाना है, तभी इस प्रकृति का संतुलन बना रहता है और यही कुछ संदेश देता है बटुकम्मा उत्सव। हजारों की संख्या में उमड़ते लोगों की भारी भीड़ की आस्था के साथ बटुकम्मा एक फूलो और ईश्वर की प्रार्थना का उत्सव है, जिसमें केवल जंगली फूलों का ही इस्तेमाल होता है। हर वर्ग की महिलायें नृत्य करते हुए ईश्वर से प्रार्थना करती हैं। इसके साथ ही फूलों को गांव के तालाब में विसर्जित कर प्रकृति को वापस सौंप देती है।
बटुकम्मा की स्प्रिट की तरह ही ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान की भी स्प्रिट है, यह संस्थान भी ईश्वरीय ज्ञान को बिना किसी भेदभाव के पूरे विश्व में बांट रहा है, बटुकम्मा और ब्रह्मकुमारीज़ की स्प्रिट ही ^Spirit of Life’ परियोजना का आधार है,ये विचार कविता गारू के हैं जो उन्होंने कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किये। इसके साथी बी.के. कुलदीप ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इस पहल के द्वारा हम पूरे संसार को स्वर्णिम संसार बना सकते हैं, और तेंलगाना सरकार के सहयोग से पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति और मानवीय मूल्यों का प्रचार प्रसार हमे करेंगे।
कार्यक्रम में चार चांद तब लग गये,जब फिल्म जगत की मशहूर अभिनेत्री ग्रेसी सिंह ने भारतीय संस्कृति को अपने नृत्य द्वारा प्रस्तुत कर सभी को भावविभोर कर दिया।
कार्यक्रम के अंत अतिथियों और अपनी प्रस्तुतियों द्वारा सभी का मनोरंजन करने वालो का बी.के. कुलदीप से सम्मान किया।