कर्नाटक के दावणगेरे में भी अयोजित समर कैंप में बच्चों को गीत, भाषण, चित्रकला एवं राजयोग का अभ्यास कराया गया। साथ ही एकता, परोपकारिता एवं विश्व बंधुतत्व की भावना जैसे गुणों को जीवन में धारण करने की शिक्षा दी गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथी के रूप में आयी लेक्चरार उमादेवी ने कहा कि यदि बच्चों के जीवन में श्रेष्ठ संस्कार भर दिये जाये तो यही बच्चे जीवन के हर क्षेत्र में सफल रहेंगे।
सेवाकेंद्र प्रभारी बीके लीला द्वारा बच्चों के व्यक्तिव्य विकास हेतु संपन्न हुये इस शिविर में जे.वी. नागराज, राज्य स्तरीय सम्मान प्राप्त शिक्षक अशोक आर उंडी, समाज सेवी मीनाक्षी मुख्य रूप से उपस्थित थी। सभी अतिथियों ने श्रेष्ठ भविष्य के लिये बच्चों का मार्गदर्शन किया व उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।