कोरोनरी आर्टरी डिसीज आज लोगों की मौत का एक प्रमुख कारण है और यह लाईफ स्टाइल डिसीज डायबिटीज, हाइपरटेन्शन, ओबेसिटी, डिस्लिपीडीमा और कैंसर जैसी घातक बिमारीयों को भी दावत देती है आधुनिक चिकित्सका में एंजियोप्लास्टी और बाईपास सर्जरी भी इसका स्थायी इलाज नहीं है, ऐसे में माउंट आबू में ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान द्वारा चलाया जा रहा थ्री डी हैल्थकेयर प्रोग्राम लोगो के लिए वरदान साबित हो रहा है।
यह थ्री डी हैल्थ केयर मॉडल रोगीयों के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक पहेलुओं पर कार्य करता है इस प्रोग्राम में एंजियोप्लास्टी और बाईपास सर्जरी करा चुके मरीज हिस्सा लेते हैं जिन पर संतुलित आहार, शारीरिक व्ययाम और राजयोग मेडिटेशन का प्रयोग किया जाता है जिसके सकारात्मक परिणाम इस प्रोग्राम के दौरान ही दिखाई देने लगते हैं लेकिन पूर्णत्या इस बिमारी से उभरने के लिए मरीज को ऐसे तीन प्रोग्रामों मे भाग लेना पड़ता है जो हर तीन माह में आयोजित होते रहते हैं इस बार भी यह सात दिवसीय प्रोग्राम आयोजित किया गया जिसमें कई पीड़ितो ने भाग लिया।
मनमोहिनीवन के ग्लोबल ऑडिटोरियम में आयोजित इस थ्री डी हैल्थकेयर रिट्रीट का शुभारंभ संस्थान की कोषाध्यक्ष राजयोगिनी दादी ईशू, कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय, ग्लोबल हॉस्पिटल के चिकित्सा निदेशक बीके डॉ. प्रताप मिड्डा, थ्री डी हैल्थ केयर प्रोग्राम के निदेशक डॉ. सतीश गुप्ता, संस्थान के मुख्य अभियंता बीके भरत, वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके गीता की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ था।
इस प्रोग्राम के दौरान देखने में आता है कि जो लोग इस चिकित्सा प्रणाली का जितना गम्भीरता से पालन करते हैं उनके परिणाम उतने ही चौकाने वाले आते हैं।