ईश्वर न किसी को दंड देता है और न माफ करता है, यह तो कर्म फल तराजू है जो इन्साफ करता है यहाँ वाकया कहे आनंदपुरी की सेवाकेंद्र प्रभारी बीके शांता ने जब वो उत्तरप्रदेश के हाथरस स्थित मंदबुद्धि और असहायाजनो के अपनाघर आश्रम के वार्षिक उत्सव में सहभागी हुई. इस मौके पर, संचालक मदन मोहन, हाथरस संसद सदस्य राजेश दिवाकर, बीके राकेश अग्रवाल समेत कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे.
बीके शांता ने हाथरस के तमाम प्रबुद्धजनों को कर्मो की गहन गति विषय पर समझनी देते हुए कहा की कर्म का सिद्धांत तो हर मनुष्य जानता है मगर आखों पर बुरइयो का पर्दा होने के कारण उसे दरकिनार कर देता है.. आगे उन्होंने राजयोग की जानकारी देते हुए बताया की कर्मो के हिसाब को जानने के लिए ईश्वरीय ज्ञान को समझना आवश्यक है।