पूरे विश्व में ब्रह्माकुमारी संस्थान एक ईश्वर, एक विश्व परिवार के संदेश को फैलाने के लिए समर्पित हैं….वह बताना चाहती है कि अगर हम भौतिक पहचानों से उपर उठ जाएं और हरेक मनुष्य चाहे व किसी भी संस्कृति व धर्म का हो उसके आध्यात्मिक स्वरूप में उसे देखें तो पूरा विश्व एक परिवार के रूप में अनुभव होगा।….इसी प्रयास के साथ हरियाणा के करनाल में, हुडा ग्राउंड में संस्थान की 80वीं वर्षगांठ पर रशियन कलाकारों के द्वारा दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन किया गया।
भारतीय संस्कृति को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से आयोजित इस उत्सव में रशिया, मलेशिया, बेलारूस, इंडोनेशिया और यूक्रेन के कलाकारों के द्वारा भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों की स्थापना अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर करने का प्रयास किया गया जो करनाल वासियों के लिए यादगार बन गया……विविधता में एकता को समर्पित इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में जब कलाकारों ने मशहूर पंजाबी गीतों पर भांगड़ा किया तो सभागार में मौजूद सभी लोग झूमने पर मजबूर हो गए। तो वहीं राधेरूप में सजी, रूसी कलाकार किसी परियों से कम नहीं लग रहीं थी।
वैसे तो इस पूरे कार्यक्रम के दौरान विदेशी कलाकारों ने कला के माध्यम से लोगों को भारतीय संस्कृति से जोड़े रखा और उन्हें प्रफुल्लित किया। लेकिन जब हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शिरकत की तो कलाकारों व उपस्थित लोगों की खुशी का ठिकाना न रहा……मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व्यस्त होते हुए भी इस कार्यक्रम में शरीक हुए और अपने शब्दों से संस्थान के कार्यों की सराहना करते हुए कहा, कि पूरे विश्व भर में जो आध्यात्मिकता की बात ब्रह्माकुमारी संस्थान द्वारा की जा रही है वो आज के समय की आवश्यकता है……
इसके साथ ही उन्होंने इस मिशन को आगे बढ़ाने में अपनी तरफ से हर प्रकार का सहयोग करने का आश्वासन दिया।
इस सुंदर मौके पर कैबिनेट मंत्री कविता जैन, भाजपा के स्टेट मीडिया प्रभारी राजीव जैन, हैफेड चेयरमैन हरविंदर कल्याण, मेयर रेणु बाला गुप्ता, माउंट आबू से आए संस्थान के जनसंपर्क एवं सूचनाधिकारी बीके करूणा, रशिया के सेंट पीटसबर्ग की निदेशिका बीके संतोष, चंडीगढ़ सेक्टर-33 ए की प्रभारी बीके उत्तरा, करनाल सेक्टर 7 की प्रभारी बीके प्रेम व बीके मेहरचंद ने दीप जलाकर शुभारंभ किया और अपने शब्दों से सभी को उमंग उत्साह में लाते हुए शुभकामनाएं दी।
रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम में दिल में भारत के प्रति प्यार भरकर आए रशिया के 26 डिवाइन लाईट कल्चर ग्रुप के कलाकारों के द्वारा गीत, संगीत व नृत्य के साथ रंग जमाया गया….एक ओर उन्होंने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति में कला के माध्यम से भारतीय संस्कृति को सराहा…वहीं दूसरी ओर भारतीय परिधान पहने रशियन कलाकारों ने भारत प्रेम से ओत-प्रोत गीत पर नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को मेरा भारत महान का एहसास कराया……
वहीं महोत्सव के दूसरे दिन विवेक शक्ति द्वारा आत्म विजय विषय पर आधारित कार्यक्रम में असंध के विधायक सरदार बक्शीश सिंह, आईजी सुमन मंजरी, संस्थान के कला एवं सांस्कृतिक प्रभाग के मुख्यालय संयोजक बीके दयाल, कैथल सेवाकेंद्र प्रभारी बीके पुष्पा समेत अनेक सदस्यों ने अपने विचार रखे।
रशियन के मशहूर रॉक सिंगर अल्बर्ट असादुलीन ने मां तुझे सलाम और वंदे मातरम का गीत प्रस्तुत किया तो सभा में मौजूदा लोगों की आंखे नम हो गई…..वहीं परमात्मा शिव को याद करने की तरफ इशारा करता गीत सत्यम शिवम सुंदरम को सुनकर लोग परमात्म प्रेम के भाव में लीन हो गए।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ साथ मनोरंजक गतिविधियों ने भी सभी को एक दूसरे से जोड़े रखा और उन्हें समस्याओं का सामना करने व हर परिस्थिति में खुश रहने की सीख मिली।
अंत में सभी आए हुए विशिष्ट अतिथियों को ईश्वरीय सौगात भेंट की गई व कमेंट्री द्वारा राजयोग का अभ्यास कराकर सारी दुनिया में भाईचारे की भावना लाने व नफरत बैर को समाप्त करने का दृढ़ संकल्प कराया गया ।