गुरू की महिमा अपरमअपार है, गुरू के बिना ये जीवन ही निरर्थक माना गया है और गुरू पूर्णिमा अपने गुरू को श्रद्धा भाव अर्पित करने का महापर्व है। इस बेहद खास मौके पर ब्रह्माकुमारीज संस्थान के मुख्यालय शांतिवन में सद्गुरू परमात्मा जिनके द्वारा सिखाए गए ज्ञान और योग से न केवल लाखों मनुष्य आत्माओं के जीवन का परिवर्तन हुआ बल्कि उन्हें विश्व परिवर्तन की ज़िम्मेवारी का ताज भी सौंपा उस परमात्मा को सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों व उपस्थित जनसमूह ने कोटी कोटी नमन किया. वहीं अन्य वरिष्ठ सदस्यों ने भी संस्था प्रमुख राजयोगिनी दादी जानकी जी के आर्शीवचन सुनें।
गुरूपूर्णिमा का पर्व छत्तीसगढ़ बिलासपुर के टिकरापारा सेवाकेंद्र पर भी मनाया गया। जहां सेवाकेंद्र प्रभारी बीके मंजू ने कहा कि भक्ति पूरी होने के बाद ही सत्य ज्ञान की प्राप्ति होती है जिसमें हमें परमसत्गुरू परमात्मा की सत्य पहचान मिलती है।