भारत की संस्कृति में योग को चार मुख्य भागो में वर्गीकरण किया हैः कर्म योग, ज्ञान योग, भक्ति योग और क्रिया योग । समय के साथ, योग के महत्व और शक्ति को जन जन तक पहुँचाने के लिए ब्रह्मकुमारिज के भीलवाड़ा सेवाकेंद्र एवं भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा आयोजित व स्वीकृत 20 योग शिविरों का 21 मई से 21 जून तक आयोजन किया जाएगा, जिसके अंतर्गत 50.50 के बैच में 1000 लोगों को प्रशिक्षित किया जायेगा.
इन योग शिविरों का शुभारम्भ 21 मई को पथिक नगर सेवाकेंद्र के गार्डन में दीप प्रज्वलन कर हुआ जिसमे आयुर्वेद उपनिदेशक डॉ रमेश गनवाणी, वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सक डॉ संजय शर्मा, योग प्रशिक्षक सुनील श्रीवास, कल्कि राम, लक्ष्मी नारायण और डॉ. मुरारी लाल शामिल थे बीके इंद्रा ने बताया की शुभ भावना व शुभ विचारों के द्वारा जीवन में खुशी व स्वास्थ की प्राप्ति हो सकती है वहीं बीके तारा और बीके तरुण ने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया. इसी क्रम में आगे यह जानकारी दी गई की ग्रामीण क्षेत्रों में भी योग शिविर जल्द ही प्रारम्भ किया जायेगा.