आबूरोड के शांतिवन में वैज्ञानिक और अभियंता प्रभाग द्वारा तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया खुशनुमा जिंदगी विषय पर आयोजित इस सम्मेलन में भारत और नेपाल के सैकड़ों शोधकर्ता और अभियंता भाग लेने पहुंचे जिसके शुभारंभ सत्र में संस्था प्रमुख राजयोगिनी दादी जानकी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान ने मुझे रायजोग द्वारा सदा बेफिकर बादशाह बने रहने की विधि सिखाई है।
खुशनुमा जिंदगी हर एक का सपना होता है, व्यक्ति उसके लिए प्रयास भी करता है, लेकिन सही विधि न पता होने से व्यक्ति तनाव ग्रस्त हो जाता है अगर हम गीता में लिखे भगवान के महावाक्यों का अध्यन करें तो हम पायेगें कि भगवान ने तनाव मुक्त, मोह मुक्त और भयमुक्त जीवनयापन करने की कला सिखायी है लेकिन आज व्यक्ति उसका पासवर्ड भूल चुका है संस्था के अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन ने सम्मेलन में गीता के महावाक्यों का उल्लेख करते हुए कहाकि स्वयं को आत्मा समझना ही गीता ज्ञान का पासवर्ड है।
आगे सम्मेलन में आये मुख्य अतिथि हीरो साईकल लिमिटेड में आपरेशन्स के सीनीयर वाइस प्रेसिडेंट आर.के. रतन, नेपाल से नेपाल सरकार में मेलाम्ची वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट के एक्जक्यूटिव डायरेक्टर सूर्या राज कडेल, बीजेपी की गुजारात प्रदेश अध्यक्ष रमीला बारा ने संस्थान के कार्यो की सराहना करते हुए उसे जीवन में आत्मसात कर जीवन को खुशनुमा बनाने की अपील की।