दिल्ली तथा एनसीआर में सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों के प्रशासक और प्रबंधको के लिए दस दिवसीय ‘स्व शासन से सुशासन’अभियान का शुभारंभ नई दिल्ली के मावलंकर सभागार में हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ राज्य सभा के उपसभापति पी.जे. कुरियन, केंद्रिय विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव मृदुल कुमार, दिल्ली सरकार के पूर्व सचिव राकेश मेहता, संस्थान के अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन, प्रशासक प्रभाग की अध्यक्षा बीके आशा, राष्ट्रीय संयोजिका बीके अवधेश समेत कई पदाधिकारीयों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
उत्तम प्रशासक वह है जो अपने सहकर्मियों और कर्मचारियों की सेवाओं को प्राप्त करने के लिए उनके मन व दिल को भी जीतता है, इसके लिए पहले उसे अपने मन को जीतना होगा, अर्थात जब हम अध्यात्मिक ज्ञान और राजयोग ध्यान के अभ्यास से अपने मन, बुद्धि, आचार-विचार और व्यवहार पर नियंत्रण प्राप्त करेगा।
प्रशासनिक क्षेत्र में शक्ति और स्नेह दोनो का संतुलित रूप से प्रयोग की आवश्यकता है कहां स्नेह से काम लेना है और कहां शक्ति यानि कानून का प्रयोग करना है, यह विवेक राजयोग मेडिटेशन के नियमित अभ्यास से स्वतः ही जाग्रत होने लगता है।
अभियान में भाग लेने वालों को पीजे कुरियन ने कलश प्रदान कर अभियान का शुभारंभ किया यह अभियान आठ शाखाओं में दिल्ली, आगरा, नोएडा आदि आठ स्थानों से चल कर नजफगढ़, कोसीकलां, नारनौल, गनौर, अलिगढ़, भिवानी, ग्रेटर नोएडा तथा मुरादाबाद में समाप्त होगा।