जो मैं हूँ, उसकी आवाज सुनूं या जो मेरा है उसकी आवाज सुनूं यही जानना आज जरूरी है, आज मानव स्वयं को न सुनकर अन्य की आवाज सुनने लगा है, इसी कारण मानव पतन के मार्ग पर अग्रसर है, लेकिन जब मानव स्वयं की आवाज सुनने लगता है तो प्रगति के मार्ग पर अग्रसर हो जाता है, सबसे पहले मैं और मेरा का अंतर जानना बहुत जरूरी है, ये विचार माउंट आबू से आए ग्राम विकास प्रभाग के मुख्यालय संयोजक बी.के. राजू ने सोनीपत के मुरथल पर “अपनी आवाज सुनो” विषय पर आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव जैन ने कहा कि ‘समय भी यह आवाज दे रहा कि स्वयं की सुनो और जो परमात्मा कह रहा है वो भी सुनो, तभी मानव अपनी परेशानियों से निजात पा कर तरक्की के मार्ग पर बढ़ सकता है’, वहीं वरिष्ठ बीके बहनों ने कहा कि अब परिवर्तन की बेला है, इसलिए राजयोग और अघ्यात्मिक ज्ञान द्वारा स्वयं का भी परिवर्तन करें।