सिरीफोर्ट सभागार में भी ‘योग एक स्वस्थ जीवन शैली’ तथा ‘शांति व सुख के लिए परमात्म शक्तियों की प्राप्ति’ विषयों पर एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें युवा एवं खेल के केंद्रिय राज्य मंत्री विजय गोयल, सांसद मिनाक्षी लेखी, योग गुरू डॉ. एच.आर. नागेन्द्र, भारत एवं भूटान में संयुक्त राष्ट्र संघ के निदेशक डर्क सीगर, आयुष मंत्रालय के उप सचिव अंशुमन शर्मा, डी.आर.डी.ओ के अध्यक्ष डॉ. ललित कुमार, संस्थान की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी, अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन, ओम् शांति रिट्रीट सेंटर की निदेशिका बीके आशा, शक्ति नगर सेवाकेंद्र प्रभारी बीके चक्रधारी समेत संस्थान के वरिष्ठ सदस्य मुख्य रूप से उपस्थित रहें।
योग एक जीवन जीने की कला है। यह केवल आसन, प्राणायाम और ध्यान ही नहीं है, यह अपने साधारण स्तर से उठकर देवमानव बनना, महामानव बनने और मानव जाति के अंतिम लक्ष्य ‘आनंद’ की प्राप्ति करने का एकमात्र साधन है। नागेन्द्र लेकिन यह विडम्बना है कि हमें यह मलूम ही नहीं की हमें आनंद की प्राप्ति कैसे होगीअंशुमन शर्मा लेकिन अब योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करके हम अपने अंतिम लक्ष्य आनंद की प्राप्ति कर सकतें हैं। कार्यक्रम के दौरान योग की आवश्यकता व फायदे पर विशेष तौर पर टॉक शो का आयोजन किया गया जिसमें एम्स में कार्डियोलॉजी व ऐनेस्थिसिया विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. उषा किरण, वरिष्ठ कार्डियोलाजिस्ट डॉ. मोहित गुप्ता, राजयोग शिक्षिका बीके रमा ने परिचर्चा की।
सांयकाल में ‘शांति व सुख के लिए परमात्म शक्तियों की प्राप्ति’ शीर्षक पर आयोजित हुए सत्र में सांसद मिनाक्षी लेखी, सांसद रमेश बिधुरी, बीके आशा ने अपने विचार रखें।
इस कार्यक्रम के समापन सत्र में संस्थान प्रमुख राजयोगिनि दादी जानकी, सांसद मिनाक्षी लेखी, फिल्म अभिनेत्री दिव्या कुमार खोसला, एयरवन ग्रुप के डायरेक्टर आलोक शर्मा ने राजयोग द्वारा जीवन में आए बदलाव को सभी के साथ साझा किए।