शहीदों की अभिलाषा, स्वर्णिम भारत की आशा देश की सीमा पर तैनात हर जवान इसी अभिलाषा और आशा के साथ कैसे अपनी जान देश पर न्यौछावर कर देता है, इसकी छलक दिखी म्यूज़िकल डांस ड्रामा में विश्व नृत्य दिवस के उपलक्ष्य में यूपी के आगरा में ब्रह्माकुमारीज़ के ईदगाह सेवाकेन्द्र पर नृत्य ज्योति कथक केन्द्र तथा संस्था के कला एवं संस्कृति प्रभाग के सहयोग से ये कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम का शुभारम्भ नृत्य ज्योति कथक केन्द्र की निदेशिका ज्योति खंडेलवाल, केन्द्रीय हिन्दी संस्थान की कुल सचिव प्रो. वीणा शर्मा, भारतीय जन नाट्य संघ के राष्ट्रीय महासचिव दीलिप रघुवंशी, स्थानीय सेवाकेन्द्र प्रभारी बीके अश्विना समेत कई विशिष्ट अतिथियों द्वारा हुआ, जिसके पश्चात् आयोजित विषय पर सभी ने अपने विचार व्यक्त किए।
कलाकारों की प्रस्तुतियों में सैनिका की शौर्यगाथा के साथ देश में छिपे गद्दारों की नीयत को बखूबी पेश किया गया, साथ ही साथ ये भी संदेश दिया गया कि किस प्रकार हम अपने कर्तव्यों का निष्ठा एवं ईमानदारी से पालन करते हुए स्वर्णिम भारत की कल्पना को साकार कर सकते है, श्रृंगार, वीर व करुण रस से परिपूर्ण म्यूज़िकल ड्रामा में बच्चों के सजीव अभिनय की सराहना दर्शकों की तालिया बया कर रहीं थीं।