आज तनाव बेहद आम बात हो गई है आलम ये है कि लोग तनाव के बगैर जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि संघर्षमय जीवन में तनाव आना स्वाभाविक है शायद आप भी इस बात से सहमत हों लेकिन वास्तविकता कुछ और है खुश रहना स्वभाविक है और तनाव एक बीमारी जिसे समाप्त करने के लिए विचारों की शक्ति को जानना ज़रूरी है ऐसे ही तनाव के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करने और उसका निवारण करने के लक्ष्य से दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें माउंट आबू से वरिष्ठ राजयोगी बीके सूरज मुख्य वक्ता के तौर पर पहुंचे और उन्होंने अपने विचार सभी के समक्ष रखे।
एक तरफ सीक्रेट ऑफ माइंड पावर विषय पर बीके सूरज ने बहुत ही सुंदर तरीके से प्रकाश डाला और साथ ही व्यवहारिक रूप से अनुभव कराने के लिए कमेंट्री द्वारा राजयोग का अभ्यास भी कराया।
ब्रह्माकुमारीज द्वारा आयोजित इस सेमिनार का शुभारंभ बीके सूरज, दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी के वाइस चेयरमैन तरूण कपूर, बीके संगीता, माउंट आबू से आई बीके गीता समेत शहर के कई प्रतिष्ठित लोगों ने दीप जलाकर किया जिसके बाद अतिथियों ने संस्थान के कार्यों को सराहा और बीके सदस्यों ने विषय पर चर्चा की।
पहले दिन में संगोष्ठी के अंत में श्री गंगाराम अस्पताल के चाइल्ड एनरोसाइकैटरिस्ट डॉ. दीपक गुप्ता ने अपने अनुभव सुनाते हुए बताया कि किस तरह से आज के समय में बच्चे से लेकर बुढ़े तक सभी तनाव के शिकार हो चुके हैं जिसे समाप्त करने करने के लिए मन की शक्ति को पहचानकर उसका सदुपयोग करना होगा।