30 मार्च 2024, गुरुग्राम
श्रेष्ठ भावनाएं एवं विचारधारा मानवीय सभ्यता का आधार हैं। कला एवं संस्कृति के माध्यम से हम लोगों से जुड़ते हैं। ये सामाजिक एकता का सूत्र है। उक्त विचार एशियन एकेडमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन तथा नोएडा फिल्म सिटी के संस्थापक-अध्यक्ष संदीप मारवाह ने व्यक्त किए। ब्रह्माकुमारीज के ओम शांति रिट्रीट सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने ये बात कही। कला एवं संस्कृति प्रभाग के राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए उन्होंने कहा कि कला एवं संस्कृति में प्रेम, शांति और सद्भावना के भाव जरूरी हैं। आध्यात्मिक सशक्तिकरण से ही ये सम्भव हो सकता है।
– भारतीय संस्कृति के पुनरूत्थान में ब्रह्माकुमारीज का शत प्रतिशत योगदान
संदीप मारवाह ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज संस्था भारतीय संस्कृति के पुनरूत्थान में शत प्रतिशत योगदान दे रही है। उन्होंने कहा कि ब्रह्माकुमारीज के साथ मिलकर कला एवं संस्कृति को हम एक आदर्श स्वरूप में प्रस्तुत कर सकते हैं। ब्रह्माकुमारीज के आज का विचार कैलेंडर से अगर हम 365 दिन हर विचार जीवन में अपना लें तो जीवन सार्थक हो जायेगा।
– संस्था के कला एवं संस्कृति प्रभाग की अध्यक्ष राजयोगिनी बीके चंद्रिका दीदी ने कहा कि श्रेष्ठ संस्कारों से ही श्रेष्ठ संस्कृति का निर्माण होता है। एक समय भारतीय संस्कृति अपने दिव्यता के चरम पर थी। ब्रह्माकुमारीज संस्था उन्हीं मूल्यों की स्थापना का कार्य कर रही है। कला एवं संस्कृति समाज की दिशा और दशा सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।