विश्व में आई औद्योगिक क्रांति के बाद से ही प्राकृतिक संसाधनों का दोहन शुरू हो गया था, जो 19वीं एवं 20वीं शताब्दी में अपनी चरम सीमा को पार कर गया, इसलिए 20वीं शताब्दी में सयुंक्त राष्ट्र एवं अन्य वैश्विक संगठनों ने पर्यावरण की सुरक्षा की बात शुरु की और वृक्षारोपण पर विशेष ज़ोर दिया। जलवायु की सुरक्षा के लिए संस्थान द्वारा मेरा भारत हरित भारत अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत विविध राज्यों में अनेक स्थानों पर कार्यक्रम हुए।
आप तस्वीरे देख रहे है उत्तरप्रदेश के हाथरस स्थित आनन्दपुरी कॉलोनी, मध्यप्रदेश के अलीराजपुर, नरसिंहपुर तथा ग्वालियर सिटी, महाराष्ट्र के बार्शी तथा नासिक की जहां बीके सदस्यों द्वारा पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण का सन्देश दिया गया।
ऐसे ही आगे राजस्थान के आबू रोड, बंगलुरु के इसरो लेआउट, इंदौर के न्यू पलासिया और पुणे के सांगवी में भी भारत को हरा भरा बनाने की संकल्पना के साथ विविध स्थानों पर पौधे रोप गए साथ ही उनकी देखभाल करने का भी संकल्प लिया गया।