Guru Purnima

गुरू एक तेज हैं, जिनके आते ही अज्ञान के अंधकार समाप्त हो जाते हैं जिस प्रकार सुर के बिना तान नहीं मिल सकती उसी प्रकार गुरू के बिना ज्ञान नहीं मिल सकता है वर्तमान समय परमसदगुरू परमात्मा शिव के संग से हमारी सभी बुराईयां धीरे-धीरे समाप्त होती जा रही हैं और हमें मुक्ति व जीवनमुक्ति की प्राप्ति होती है इसलिए ब्रह्माकुमारीज के सभी सेवाकेंद्रों पर परमात्मा शिव का आभार मानते हुए और उनकी श्रीमत का पालन करने के संकल्पों के साथ गुरू पूर्णिमा मनाया गया जिसमें से पहली तस्वीर छत्तीसगढ़ बिलासपुर के टिकरापारा सेवाकेंद्र की है जहां सेवाकेंद्र प्रभारी बीके मंजू ने कहा कि सत्गुरू का संग ही सर्वश्रेष्ठ संग है आगे म.प्र. के छतरपुर में प्रभारी बीके शैलजा ने कहा कि जो सद्गुरू परमात्मा हमें शुभ शिक्षा देते हैं उसी अनुसार चलें तो सारी चिंताओं से मुक्त हो जाएंगे वहीं राजकोट के रविरत्नापार्क सेवाकेंद्र पर प्रभारी बीके नलिनी को कई पार्षदों ने गुरू के रूप में सम्मानित किया तो महाराष्ट्र के सावनेर में भी परमात्मा शिव को भोग स्वीकार कराकर गुरू पूर्णिमा मनाया गया।