कादमा(हरियाणा): — आध्यात्मिक सशक्तिकरण से ही हम स्वस्थ व स्वच्छ समाज का निर्माण कर सकते हैं यह उदगार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की कादमा शाखा में “स्वस्थ व स्वच्छ समाज के लिए आध्यात्मिक सशक्तिकरण” विषय पर आयोजित कार्यक्रम एसडीएम मनोज कुमार ने बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिकता आंतरिक रूप से जागृति पैदा करती है। इंसान को इंसानियत सिखाती है आध्यात्मिकता। मेडिटेशन मन की शांति की अचूक औषधि है।
मुंबई से पधारे अंतर्राष्ट्रीय प्रख्यात प्रवक्ता प्रोफेसर ई.वी. गिरीश ने कहा कि मेडिटेशन एक मेडिसिन का काम करती है जो हमें आंतरिक रूप से खुशी की खुराक देती हैं। स्वच्छ व स्वस्थ समाज के लिए स्वच्छ व स्वस्थ मन का होना बहुत जरूरी है ब्रह्माकुमारीज संस्थान में सिखाया जाने वाला राजयोग मन को स्वच्छ बनाने में अपना अहम योगदान देता है। उन्होंने कहा कि हमें हर कर्म हर परिस्थिति में सदा मुस्कुराते हुए रहना चाहिए यह आध्यात्मिक सशक्तिकरण से ही संभव है। झोझूकलां-कादमा क्षत्रिय प्रभारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन ने कहा कि ब्रह्मा कुमारीज संस्था दुख रहित समाज की कल्पना करती है मेडिटेशन राजयोग के बल से खुद को आध्यात्मिक मूल्यों से परिपूर्ण मूल्य निष्ट समाज तथा स्वच्छ व सुखी समाज का निर्माण कर सकते हैं।
माउंट आबू राजस्थान से पधारे समाज सेवा प्रभाग के मुख्यालय संयोजक ब्रह्माकुमार बीरेंद्र भाई ने समाज सेवा प्रभाग द्वारा देश भर में की जा रही सेवाओं के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि आध्यात्मिक सशक्तिकरण से ही हम दिव्य व श्रेष्ठ समाज का निर्माण कर सकते हैं।
केंद्रीय विश्वविद्यालय पाली से पधारे प्रोफेसर डॉ दिनेश चहल ने कहा कि स्वस्थ समाज के लिए हमें मानसिक रूप से स्वस्थ होना होगा यह आध्यात्मिक सशक्तिकरण से ही संभव है।
गुरुग्राम ओम शांति रिट्रीट सेंटर से पधारे ब्रह्माकुमार दीपेश व विजय भाई ने अपने विचार रखे।
इस अवसर पर समाज सेवा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले चरखी दादरी जिले की विभिन्न सामाजिक सस्थाओं के 70 समाज सेवियों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। सरपंच प्रतिनिधि महेश फौजी ने सभी का स्वागत व धन्यवाद किया और कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्था गांव स्तर पर जो मानवीय मूल्यों की शिक्षा दे रही है यह बहुत ही सराहनीय है। इस अवसर पर सैकड़ो प्रबुद्ध जन उपस्थित थे।