माउंट आबू के ज्ञानसरोवर में चल रहे राष्ट्रीय सर्वधर्म का समापन हो गया है। समापन सत्र में सभी धर्मों के प्रतिनिधियों ने सर्व सम्मति से समाज में एकता एवं वसुधैव कुटुम्बकम लाने के लिए एकता के मंच पर आने का आह्वान किया। साथ ही समाज में मूल्यों की स्थापना तथा गरीब और अमीर, हिन्दू मुस्लिम की बढ़ती खाई को पाटने के लिए सहमति दी।
बाहरी चकाचौंध और कामनायों के जाल में उलझे मानव की दुख व अशान्ति से परिपूर्ण मानसीकता को सही राह पर लाने का कार्य ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान कर रही है जोकि भागीरथ कार्य है, जो स्वयं परमात्मा के सिवाय कोई कर नहीं सकता, यहां परमात्मा की शक्ति का स्पष्ट रूप से अनुभव होता है, इसलिए हम सभी को इनके साथ मिलकर जन–जन को पावन बनाने के कार्य में सहयोगी बनना चाहिए।
त्याग, तपस्या और पवित्रता से जीवन में ईश्वरीय प्रेम पैदा होता है, ईश्वरीय प्रेम सभी प्रकार के भेदभाव को मिटाकर वसुधैव कुटुम्बकम का दृष्टिकोण बना देता है, इसलिए स्वयं को आत्मा समझ परमपिता शिव से बुद्धियोग लगाने की विधि राजयोग को अपनाने से जीवन में पवित्रता आयेगी, जिससे स्वयं का और विश्व का कल्याण होगा।