एक महीने के लंदन प्रवास के बाद ब्रह्माकुमारीज संस्था की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी गरुग्राम के ओआरसी पहुंची। दादी जी के पहुंचते ही ओआरसी की निदेशिका बीके आशा, संस्था के अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन समेत संस्था के सभी सदस्यों ने सह्यदय आगवानी करते हुए उनका भव्य स्वागत किया। इस मौके पर माउण्ट आबू से आयी संस्था की संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी भी मौजूद थी।
ये सभा कोई साधारण सभा नहीं बल्कि देश के सभी स्थानों से आए उन महावीरों की सभा है जिन्होंने संस्थान के साकार संस्थापक पिताश्री ब्रह्मा बाबा के पदचिन्हों पर चलकर संस्थान को सफलता के मुकाम पर पहुंचा दिया इस मौके पर संस्थान प्रमुख राजयोगिनी दादी जानकी जी ने अपने अनुभव सुनाते हुए कहा कि .जो बीती बातें हैं उसे भूल जाती हूं और जो होगा वो अच्छा ही होगा इसी मंत्र को लेकर अपने जीवन में आज तक भी चल रही हूँ इसके साथ ही संस्थान के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भी सभी को लाभान्वित किया।
काफी लम्बे समय के बाद गुरुग्राम पहुंचने पर संस्था के सदस्य भाव भरी नजरों से खुद के अन्दर शक्ति और प्रेम के सागर में डूबते रहे और दादियों ने भी उन्हें दिल से स्नेह भरी दृष्टि देते हुए उनमें शक्ति भर दी।