चंडीगढ के सेक्टर- 43 सी.आर.पी.एफ. बटालियन में रक्षाबंधन पर्व मनाया गया इस मौके पर स्थानीय सेवाकेंद्र प्रभारी बीके मनु ने सदा खुश रहने व जीवन के आधार को मजबूत बनाने तथा सर्व रक्षक परमात्मा पिता को अपना साथी बनाने की बात कही। वहीं कमांडेंट बलविंदर सिंह ने ब्रह्माकुमारीज का आभार माना व आध्यात्मिक शिक्षाओं को जीवन में धारण करने का संकल्प भी लिया।
कार्यक्रम में बीके मनु ने सभी अधिकारियों व जवानों को आत्मिक स्मृति का तिलक लगाया व एकता और भाईचारे का प्रतीक राखी बांधी।
इसी क्रम में सेक्टर-44 सेवाकेंद्र द्वारा चंडीगढ़ जिला सत्र न्यायालय में भी आयोजित कार्यक्रम सेवाकेंद्र प्रभारी बीके कविता ने कहा कि ईश्वरीय नियम एवं मर्यादाओ का यादगार रक्षाबंधन पर्व हमें पवित्रता व सच्चाई से जीवन जीने का संदेश देता है, इस पश्चात सैशन जज बलबीर सिंह एवं अन्य जजों को राखी बांधी और सभी को राजयोग का अभ्यास भी कराया।
वहीं सेवाकेंद्र पर भी भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया बीके कविता ने रक्षाबंधन का अध्यात्मिक अर्थ स्पष्ट करते हुए कहा कि आज मनुष्य आत्मा में पांच विकारों की प्रवेशता हो चुकी है, इन विकारों से मनुष्य को सिर्फ परमपिता परमात्मा शिव ही मुक्त कर सकते है, वो पतित पावन हैं उनसे अपनी बुद्धि लगाने से यह पांच विकार स्वतः ही छूट जाते हैं. इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रिटायर्ड मेजर जनरल एम.एस. दास, जस्टिस सुरेन्द्र गुप्ता ने भी अपने विचार जाहिर किये।