दादी प्रकाशमणि एक ऐसी विभूति का नाम था जिन्होंने पूरी दुनिया में यह सिद्ध कर दिया कि नारी अबला नहीं बल्कि सबला है। दादी प्रकाशमणि के वात्सल्य और प्रेम के कारण पूरी दुनिया में उन्हें मां का दर्जा मिला। आज बुलेटिन की शुरुआत उन्हीं से करते हुए सीधे चलते है, मुख्यालय शांतिवन में जहां प्रकाश स्तम्भ पर संस्था के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने उनकी 12वीं पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
ब्रह्माकुमारीज़ संस्था की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि 12वीं पुण्य तिथि पर जन सैलाब उमड़ पड़ा। भारत सहित अमेरिका से भी संस्था के अनुयाई शामिल हुए। प्रातः काल से ही ध्यान साधना का दौर प्रारंभ हो गया। सभी लोग दादी के यादों में खोये रहे। सुबह आठ बजे दादी के समाधि स्थल प्रकाश स्तम्भ पर ब्रह्माकुमारीज़ संस्था की संयुक्त मुख्य प्रशासिका राययोगिनी दादी ईशू, महासचिव बीके निर्वैर, कार्यक्रम प्रबंधिका बीके मुन्नी, कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय, मीडिया प्रभाग के अध्यक्ष बीके, करूणा, शांतिवन के प्रबंधक बीके भूपाल, महाराष्ट्र ज़ोन प्रभारी बीके संतोष, गॉडलीवुड स्टूडियो के कार्यकारी निदेशक बीके हरीलाल, बीके भरत समेत संस्था के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने कुछ समय मौन में रहकर पुष्पांजलि अर्पित कर विश्व बंधुत्व की कामना की। हज़ारों लोगों ने कतारबद्ध होकर सभी ने श्रद्धांजलि दी।