बहुप्रतिक्षित दादी जानकी की स्मृति में बने शक्ति स्तम्भ का अनावरण हो गया है शक्ति स्तम्भ के रुप में दादी जी की यादें और शिक्षायें हमेशा लोगों की ज़हन में ज़िन्दा रहेंगी। ब्रह्माकुमारीज संस्थान के शांतिवन स्थित सम्मेलन सभागार के मैदान में नवनिर्मित शक्ति स्तम्भ पर श्रद्धासुमन अर्पित कर संस्थान के पदाधिकारियों की उपस्थिति में दादी जी की प्रथम पुण्य तिथि मनायी गयी।
104 साल तक दुनिया में अपनी ज्ञान और ओज से लाखों करोड़ों लोगों को मूल्यों का सम्बल देने वाली दादी जानकी जी की प्रथम पुण्य तिथि पर संस्थान की आध्यात्मिक मुखिया राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी, अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन, सूचना निदेशक बीके करुणा, कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय, यूरोपियन सेवाकेन्द्रों की निदेशिका बीके जयन्ति, व्यक्तिगत सचिव रहीं बीके हंसा, कार्यक्रम प्रबन्धिका बीके मुन्नी समेत कई वरिष्ठ पदाधिकारियों ने कुछ देर मौन में रहकर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
शक्ति स्वरुपा और मजबूत इरादों वाली राजयोगिनी दादी जानकी का एक वर्ष पूर्व 27 मार्च, 2020 को देहावसान हो गया था। उनकी पहली बरसी पर देश और दुनिया भर में अमन चैन के पैगाम के साथ लोगों ने अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की साथ ही दादी जी के साथ रहे लोगों ने अपनी भावनायें प्रकट की।
मौन की दुनिया में तब्दील शक्ति स्तम्भ सहित शांतिवन का माहौल शक्ति और आध्यात्मिकता का भरपूर एहसास करा रहा था। किताबों की तरह कई रहस्यों कों अपने पन्नों में समेटे शक्ति स्तम्भ के रुप में दादी जी हमेशा सभी के दिलों में जीवित रहेंगी।
इस अवसर पर डायमंड हॉल में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें पश्चिमी देशों के लोग भी उपस्थित थे। इसमें से अधिकतर लोगां ने दादी जी की पालना ली थी। जिसमें उपस्थित विशिष्ट अतिथियों ने अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।