कोरोना काल में हजारों लोगों को जिन्दगी देने वाले आबू रोड के किवरली स्थित ब्रह्माकुमारीज संस्था के मान सरोवर परिसर का उदघाटन कर दिया गया। ढाई हजार आवासीय क्षमता वाले इस विशाल परिसर में दो विशाल बिल्डिंग गुलशन और प्रभूप्रिय हैं जिनका क्रमवार उदघाटन किया गया। इस अवसर पर पूरे परिसर का उदघाटन ब्रह्माकुमारीज संस्थान की अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी, महासिचव बीके निर्वेर, अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन, संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी ईशू, कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय, कार्यक्रम प्रबन्धिका बीके मुन्नी तथा शांतिवन प्रबन्धक बीके भूपाल की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
शिव ध्वज की पताकाओं से सजे बनास नदी के तट पर बसे मानसरोवर परिसर अब लोगों के जीवन में आध्यात्मिक उन्नति के लिए तैयार हो गया है। इसका उदघाटन भी कर दिया गया। उदघाटन के पश्चात शिव ध्वजा रोहण और केक कटिंग सेरिमनी भी आयोजित की गयी। इस पूरे परिसर में ढाई हजार लोग एक साथ रह सकते है। एक तरफ राष्ट्ीय राजमार्ग तो दूसरी ओर राज्य स्तरीय के बीच बना यह खूबसूरत परिसर सुन्दरता की अप्रतिम मिशाल है। इस अवसर पर गुलशन भवन का उदघाटन राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी, बीके मुन्नी तथा बीके बृजमोहन भाई के कर कमलों से किया गया।
वहीं दूसरी ओर प्रभुपिय बिल्डिंग का उदघाटन राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी जी के साथ ईशू दादी एवं बीके निर्वेर भाई के कर कमलों से हुआ। सैकड़ों लोगों की उपस्थिति में कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें संस्थान के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने उम्मीद जताई कि यहॉं आने वाले प्रत्येक लोगें को परमात्मा का ईश्वरीय संदेश सहज ही प्राप्त होगा। शिव ध्वजा रोहण कर शुभ मुहुर्त का आगाज और केक काटकर खुशियां मनायी गयी।
गौरतलब है कि यह बिल्डिंग पिछले वर्ष ही बन गयी थी परन्तु कोरोना काल की भीषण त्रासदी में जिला प्रशासन के आहवान पर आठ सौ बेड की दोनो बिल्डिंग प्रशासन को सौंप दी गयी थी और पूरे एक साल तक इसमें कोरोना मरीजों का इलाज किया गया जिसका रिकवरी रेट 99 प्रतिशत रहा था। इस उदघाटन कार्यक्रम के दौरान सभी ने ब्रह्माभोजन स्वीकर किया तथा पूरे परिसर का अवलोकन किया।