माउण्ट आबू के इतिहास में पहली बार धरती से पहाड़ तक अन्तर्राष्ट्रीय मैराथन का आयोजन किया गया, विश्व बन्धुत्व के लिए आयोजित इस अन्तर्राष्ट्रीय मैराथन में भारत सहित कई देशों के नामचीन प्रतिभागी शामिल हुए। यह आयोजन ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि की 10वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में अंतर्राष्ट्रीय आयोजित किया गया
शांतिवन लेकर माउंट आबू के ओम् शांति भवन तक 21 किलोमीटर की मैराथन का उदघाटन राजस्थान के गोपालन मंत्री ओटाराम देवासी, संस्था की संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी, जिला प्रमुख पायल परसराम पुरिया, जिला कलेक्टर संदेश नायक, आबू रोड रेवदर विधायक जगसीराम कोली, मीडिया प्रभाग के अध्यक्ष बीके करुणा समेत कई लोगों ने हरी झंडी दिखाकर रवानगी दी।
इस अवसर पर गोपालन मंत्री ने अपनी शुभकामना व्यक्त करते हुए कहा कि आबू रोड से माउंट आबू तक 21 किमी तक की यह मैराथन अपने आप में मिसाल है साथ ही 1992 में एशियाई मैराथन में स्वर्ण पदक विजेता एथलीट डॉ. सुनिता गोदारा ने अपने अनुभव में बताया कि मैने देश व विदेश में कई मैराथन देखी हैं लेकिन माउंट आबू में आयोजित यह मैराथन विश्व बंधुत्व के लिए एक ऐतिहासिक कदम है।
अचानक रात्रीकाल में बारिश होने के बावजूद प्रातः काल आयोजित इस अन्तर्राष्ट्रीय मैराथन में आये धावकों का जज्बा और उत्साह देखने लायक था। पूरे जिले के आला अधिकारी और जन प्रतिनिधि भी इसमें कहा पीछे रहते, हर किसी ने समय की प्रतिबद्धता पूरी की और पहुंचकर धावकों की हौसला आफाजाई की
जैसे ही मशाल और हरि झंडी दिखायी गयी वैसे ही धावक ने अपनी जीत के लिए लक्ष्य की ओर दौड लगाते हुए अपने नन्हें कदमों से आठ किमी की दूरी नापकर विश्व बन्धुत्व में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी।
21 किमी की मैराथन ग्लोबल ऑडीटोरियम से शुरू होकर माउंट आबू चूंगी नाका, रोटरी चौराहा, एम.के चौराहा, पोस्ट ऑफिस होती हुई दादी प्रकाशमणी चौराहा ओम् शांति भवन में समाप्त हुई वहीं बच्चों की 8 किमी की दौड़ ग्लोबल ऑडिटोरियम से शुरू होकर बाबा रामदेव पैट्रोल पंप, आकरा भट्टा, उमरनी पंचायत, सोलार, आनन्द सरोवर होते हुए मनमोहिनी वन में समाप्त हुई।
देश और दुनिया में विश्व बन्धुत्व की कामना को लेकर अयोजित यह अन्तर्राष्ट्रीय मैराथन कई मायनों में खास रही। पहली बार था जब अन्तर्राष्ट्रीय पुरुष धावकों के साथ महिला धावकों ने भी हिस्सा लिया। पुरुषों के बराबरी करती हुइ महिला धावक की पहली विजेता दलजीत कौर ने 1 घंटा 58 मिनट में 21 किमी की मैराथन पूरी कर ली। वहीं दूसरी विजेताओं ने भी थोड़े थोड़े अंतराल पर आबू रोड की जमीन से माउण्ट की चोटी को फतह कर लिया। पुरुष विजेताओं में तीनों ही विजेता सीआरपीएफ के जवान थे। जिन्हें समारोह आयोजित कर उन्हें पुरस्कृत किया गया।