प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज़ ईश्वरीय विश्वविद्यालय की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि की 12वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में विश्व बंधुत्व दिवस का संदेश देने के लिए शांतिवन से माउण्ट आबू स्थित ओम् शान्ति भवन तक की पांचवी अन्तर्राष्ट्रीय मैराथन दौड़ आयोजित की गई, जिसमें केन्या, कनाडा, युगांडा, इथोपिया, भारत आदि देशों से करीब ढ़ाई हज़ार धावक मैराथन दौड़ में हिस्सा लेने पहुंचे।
सम्भवता दुनिया के पहले ईको फ्रेंडली मैराथन में हज़ारों लोग जमीन से पहाड़ तक कि 21 किमी की दौड़ में शामिल हुए। ब्रह्माकुमरीज़ संस्थान सिरोही के आबू रोड में प्रातः 6 बजे इस दौड़ का ज़िला प्रमुख पायल परसराम पुरिया, पूर्व उप मुख्य सचेतक रतन देवासी, गुजरात की फिल्म अभिनेत्री पल्लवी पाटिल, ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के कार्यकारी सचिव बीके मृतयूंजय, सोशल एक्टिविटी ग्रुप के अध्यक्ष बीके भरत ने हरी झंडी दिखाकर रवानगी दी।
21 किमी की दौड़ के लिए भारत सहित कई देशों के 2 हज़ार से भी ज़्यादा प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। माउंट आबू में प्लास्टिक बन्द होने पर पहली मैराथन है जिसमें कोई भी वस्तु प्लास्टिक का उपयोग नहीं हुआ। ध्वकों का जोश देखते ही बना। प्रातः काल से ही लोगों का उत्साह चरम पर था। अतिथियों ने कहा कि इससे माउंट आबू का मान बढेगा और पूरे विश्व में इसका नाम होगा।