वेस्ट बंगाल में कूचबिहार की उत्तर बंगा कृषि विश्वविद्यालय में फैकल्टी मैम्बर्स के लिए ‘सेल्फ मैनेजमेंट फॉर पर्सनल डेवलपमेंट टू इम्प्रूव द वर्किग स्किल’ विषय पर वर्कशॉप आयोजित हुई जिसमें ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के मुख्यालय माउंट आबू से आए गॉडलीवुड स्टूडियो में बंगाली डिपार्टमेंट के एच.ओ.डी बीके चितरंजन मुख्य वक्ता थे।
बीके चितरंजन ने व्यक्तित्व विकास और सेल्फ मैनेजमेंट के लिए राजयोग को कारगार बताया क्योंकि राजयोग मन में चलने वाले विचारों पर सकारात्मक प्रभाव डालता है, साथ ही एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. श्यामल कुमार साहू और प्रोफेसर सतेन्द्र चंद्रा ने भी कहा कि जीवन में सफलता पाने के लिए आध्यात्मिकता और मेडिटेशन की अह्म भूमिका होती है।
इसी क्रम में कूच बिहार उच्च बालिका विद्यालय में वैल्यू एजुकेशन पर आयोजित हुई कार्यशाला में बीके चितरंजन और बीके चैताली ने मूल्यानुगत शिक्षा के बारें में जानकारी दी।
बीके चैताली ने बालीकाओं को संबोधित करते हुए कहाकि बिना मूल्य शिक्षा के मनुष्य का जीवन एक सूखी भूमि के समान है, इसलिए जीवन में आध्यात्मिकता को अपनाये और अपने जीवन को वीरान भूमि होने से बचाएं वहीं बीके चितरंजन ने मूल्य आधारित शिक्षा द्वारा जीवन में आने वाले सकारात्मक परिवर्तनो की विस्तार से जानकारी दी कार्यशाला में प्राध्यापिका नबिता सिकदेर ने विद्यार्थी जीवन में एकाग्रता का बहुत बड़ा महत्व बताया और सभी से मेडिटेशन सीखने की अपील की।