कोलकाता में ब्रह्माकुमारीज़ द्वारा स्वर्णिम युग के लिए परमात्म शक्ति थीम की लांचिंग पर सहनशीलता, शांति और सद्भाव के लिए आध्यात्मिकता विषय पर सम्मेलन आयोजित हुआ, जिसका शुभारम्भ खुद सूबे के राज्यपाल जगदीप धनखड़ के कर कमलों किया गया, जिसके बाद उन्होंने कहा कि वर्तमान समय के परिवेश में सभी तनावग्रस्त नज़र आते है भले कोई युवा हो या वृद्ध।
आगे उन्होंने उदाहरण के माध्यम से सभी बताया कि इंसान भौतिक रुप से धनवान बनता जा रहा है लेकिन आध्यात्मिक रुप से गरीब हो रहा है। जीवन में मूल्यवान व्यक्ति की ही कीमत होती हैं
सम्मेलन में मुख्य तौर पर आए अन्य अतिथियों में प्रसिद्ध क्लसिकल डांसर अलकनंदा रॉय, पूर्व रेलवे मिनिस्टर दिनेश त्रिवेदी ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए और अपने जीवन का महत्व समझने की बात कही।
इस अवसर पर मुख्यालय माउण्ट आबू से आए वरिष्ठ राजयोगी बीके सूरज ने अपने विचारों की चेकिंग कर विचारों को सकारात्मक बनाने का आह्वान किया, वहीं कोलकाता म्यूज़ियम की प्रभारी बीके कानन ने इस विश्व का रचयिता परमपिता परमात्मा शिव को बताते हुए उनके द्वारा मिल रहे ईश्वरीय ज्ञान का वर्णन किया। कोलकाता म्यूज़ियम द्वारा आयोजित यह सम्मेलन कला मंदिन ऑडिटोरियम में सम्पन्न हुआ, जहां राज्यपाल जगदीप धनखड़ एवं उनकी पत्नि सुदेश धनखड़ को ईश्वरीय सौगात भेंट की।