वर्तमान सदी तनाव और अवसाद की सदी है, जिसका प्रमुख कारण लोगों में जरूरत से ज्यादा इच्छाओं व अपेक्षाओं का बढ़ना है, जिससे मन नकारात्मक और व्यर्थ विचारों से घिरा रहता है, जोकि आगे चलकर तनाव का रूप ले लेता है……लोगों को तनावमुक्त जीवनशैली की कला बताने के लिए छत्तीसगढ़ के रायुपर में ज्ञानांजली व्याख्यान माला का आयोजन किया गया……….जिसका शुभारंभ राज्यपाल और आबकारी विभाग के सचिव अशोक अग्रवाल, रायपुर की क्षेत्रिय निदेशिका बीके कमला, राजयोग शिक्षिका बीके भावना ने दीप जलाकर किया।
व्याख्यानमाला में बीके कमला ने बहुत ही सरल शब्दों में बताया कि हमारा भविष्य और स्वास्थ्य हमारे संकल्प की रचना है, जैसे हमारे संकल्प होंगे वैसा हमारा स्वास्थ्य और भविष्य होगा, इसलिए हमें सदा सकारात्मक व समर्थ संकल्प ही करना चाहिए, और यह कला आती है राजयोग के नियमित अभ्यास से……अशोक अग्रवाल ने बीके कमला की बातों को समर्थन करते हुए रोजाना राजयोग का अभ्यास करने का आह्वान किया।