आध्यात्म जीवन में धारण की चीज है सुनने की नहीं, सुनने से जानकारी होती है, लेकिन धारण नहीं ज्ञान को धारण करने के लिए उसका प्रयोग करना पड़ता है। यह विचार मध्यप्रदेश एवं राजस्थान में कार्यरत मीडिया जगत के जाने माने वरिष्ठ पत्रकार कमल दीक्षित के हैं जो उन्होने मध्यप्रदेश के शाजापुर स्थित हरायपुरा शिव वरदानी भवन में आयोजित स्नेह मिलन के दौरान व्यक्त किए।
स्नेह मिलन में सेवाकेंद्र प्रभारी बीके प्रतिभा व बीके दीपक ने कमल दिक्षित का आभार व्यक्त किया।