“हमारे मन में अच्छे – अच्छे विचार आते हैं लेकिन हम उन्हें कर्म में नहीं ला पाते है इसका मूल कारण है मनोबल की कमी यदि हम मधुरता, नम्रता एवं दृढ़ता जैसे मूल्यों को धारण करें तो हमारा मनोबल बढेगा” उक्त विचार राजयोग शिक्षिका बी.के. सीमा के हैं जो उन्होंने मध्यप्रदेश के राजगढ़ में ‘जीवन मूल्यों की धारणाओं से मनोबल में विकास’ विषय पर व्यक्त किये,तो कपिल गुप्ता ने हर्षितमुखता के गुण को सदा साथ रखने की बात कही।
इस दौरान रिटायर्ड हेल्थ काउंसलर बी.एस. राठौर, राजयोग शिक्षिका बी.के. कविता एवं संस्थान से जुड़े सदस्य मौजूद थे।