छत्तीसगढ़ के धमतरी में ‘‘ज्ञानमाला‘‘ मासिक व्याख्यान आयोजित हुई जिसके शुभारंभ अवसर पर सुखी जीवन का आधार आध्यात्मिकता विषय पर कार्यक्रम हुआ जिसमें मुख्य न्यायिक मजिस्टेट योगिता विनय वासनिक, सिविल कोर्ट की न्यायधीश भारती कुलदीप, पूज्य पंचायत सिंधी समाज के अध्यक्ष महेश रोहरा, सेवाकेंद्र प्रभारी बी.के. सरिता, मगरलोड सेवाकेंद्र की राजयोग शिक्षिका बी.के. अखिलेश एवं संस्थान के सहयोगी मौजूद थे।
इस मौके पर भारती कुलदीप ने कहा कि यदि जीवन में संतुष्टता की कमी है तो संपूर्ण सुख की अनुभूति नहीं हो सकती है साथ ही उन्होंने कहा कि यदि हमें सुखी रहना है तो दूसरों से अपेक्षायें कम रखनी चाहिये,वहीं महेश रोहरा ने बताया कि निष्काम कर्म वही है जिसके परिणाम को पाने की हमारे अंदर इच्छा न हो, इस दौरान बी.के. सरिता एवं अन्य अतिथियों ने भी अपने विचार व्यक्त किये।