आज समाज में किसी व्यक्ति को वैल्यू हम उसकी एजुकेशन, पोजीशन, और ऐसो आराम से भरी लाईफ स्टाईल को देखकर देते हैंपरन्तु यदि उसमें ईमानदारी, डिसिप्लिन, दूसरो का रिगार्ड करने जैसे नैतिक गुण व अध्यात्मिक गुण नहीं हैं तो क्या उसे वैल्यूएबल पर्सन कहेंगे। यह विचार पहाड़गंज सेवाकेंद्र प्रभारी बीके ज्योति के हैं जो उन्होंने शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में नई दिल्ली के गोल मार्केट स्थित सेंट्रल स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए।
यह कार्यक्रम पहाड़गंज सेवकेंद्र द्वारा ‘शिक्षा में आध्यात्मिक और नैतिक मूल्यों की भूमिका विषय पर दो स्कूलों में आयोजित था जिसमें दिल्ली सरकार में शिक्षा विभाग की उप निर्देशिका सुनिता बत्रा ‘जोकि पिछले 25 वर्षो से ईश्वरीय ज्ञान और राजयोग की प्रैक्टिस कर रही हैं’। मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद थी। इस दौरान उन्होंने भी अपने अनुभवों से सभी को लाभान्वित किया। वहीं स्कूल के प्राचार्या धीर सिंह ने बीके सदस्यों का आभार माना और भविष्य में भी इस तरह की कार्यशालाओं के लिए आमंत्रित किया।