कृषि प्रधान देश भारत की ये कैसी विडंबना है जहां अन्न और अन्नदाता की हालत बिगड़ती चली जा रही है उत्पादकता को बढ़ाने के लिए किसान जिन दवाइयों का प्रयोग कर रहे हैं उससे मनुष्य रोगी बनता जा रहा है। किसानों की इन तमाम समस्याओं को ध्यान में रखकर ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान ग्राम विकास प्रभाग द्वारा किसान सशक्तिकरण अभियान के ज़रिए किसानों का मनोबल बढ़ाने व उन्हें बेहतर कृषि करने की कला सिखा रहा है, जिसके प्रशिक्षण का कार्यक्रम इंदौर में आयोजित किया गया।
ओम शांति भवन के ओम प्रकाश भाईजी सभागार में आयोजित शाश्वत यौगिक खेती के प्रशिक्षण कार्यक्रम में लखनए से आए कृषि निदेशालय के सहायक निदेशक बद्रीविशाल तिवारी, कृषि विभाग के सहायक निदेशक गोपेश पाठक, कृषि महाविद्यालय के पूर्व डीन डॉ. स्वर्णकार, महू के परियोजना अधिकारी वीरेंद्रसिंह ने किसानों द्वारा कीटनाशक दवाईयों के अधिक उपयोग को हानिकारक बताया।
इस मौके पर इंदौर, जबलपुर, सिवनी, बालाघाट व मालवा समेत अनेक शहरों से आए लगभग 400 बीके सदस्यों को प्रशिक्षण देते हुए इंदौर की मुख्य क्षेत्रीय संयोजिका बीके हेमलता ने मन के शुद्धिकरण और आध्यात्मिक सशक्तिकरण की बात कही व माउंट आबू से आए प्रभाग के मुख्यालय संयोजक बीके सुमंत ने किसान सशक्तिकरण अभियान की जानकारी दी।