इंसान के मन में अशांति, टकराव, टेंशन, तनाव का मुख्य कारण है, शांति का अभाव, स्वस्थ पर्यावरण के लिए पेड़ पौधे लगाकर हरियाली लाने के साथ साथ ज्ञान और शांति से मन को हरा भरा सम्पन्न बनाओ तो पर्यावरण के साथ मन से भी प्रदूषण मिटेगा, और स्वस्थ्य पर्यावरण का निर्माण होगा। इंसान पहले इंसान है बाद में हिन्दू-मुस्लमान, यह विचार रखे आचार्य महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती जैन मुनिश्री कमल कुमार जी ने इंदौर के ज्ञानशिखर में व्यक्त किये।
इस अवसर पर इंदौर जोन की मुख्य क्षेत्रीय समन्वयक बीके हेमलता ने कहा कि आत्म ज्ञान को भूल कर देह के भान में आने से हमारे मन में बूरे विकारों के विचार आ जाते हैं, इसलिए पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए मन को शुद्ध सात्विक विचारों से सम्पन्न बनाना होगा। इस अवसर पर कालानी नगर सेवाकेंद्र प्रभारी बीके जयंती एवं ने अतिथियों का स्वागत सत्कार किया।
कार्यक्रम में अणुव्रत समिति इंदौर के अध्यक्ष नीलेश पोखरना व मंत्री मनीष कठोतिया तथा ब्रह्माकुमारी संस्था एवं जैन समाज के सदस्य उपस्थित रहे, कार्यक्रम के पूर्व मुनिश्री ने सर्व प्रथम ज्ञानशिखर में नवनिर्मित डिवाईन विजिडम स्प्रीचुअल आर्ट गैलरी का अवलोकन किया साथ ही संस्था द्वारा की जा रही सेवाओं की सराहना की।