शारीरिक और मानसिक बीमारियों का मूल कारण हमारे व्यवहार और विचार हैं। रिसर्च में सामने आया है कि मात्र 30 फीसदी बीमारी ही आहार से होती है जबकि 70 फीसदी बीमारियों का कारण हमारा व्यवहार और विचार हैं इसलिए स्वस्थ बनने के लिए अपने विचारों को सकारात्मक बनाना जरूरी है कुछ ऐसी ही अभिव्यक्ति माउंट आबू से आए डॉ वत्सलन नायर ने म.प्र के खण्डवा में निःशुल्क मधुर मधुमेह शिविर के दौरान व्यक्त की।
ब्रह्माकुमारीज और पत्रिका समाचार पत्र द्वारा आयोजित इस 3 दिवसीय शिविर का शुभारंभ डॉ वत्सलन नायर, पत्रिका के ब्रांच मैनेजर मृगेंद्र जैन, सीएमएचओ डॉ रतन खंडेलवाल, बुरहानपुर से आए डॉ आईएल मूंदड़ा, इंदौर में मीडिया प्रभाग की संयोजिका बीके उषा, खंडवा सेवाकेंद्र प्रभारी बीके शक्ति समेत अनेक चिकित्साविदों ने दीप जलाकर किया।
इस दौरान डॉ वत्सलन नायर ने कहा कि डायबिटीज एक जीवनशैली से जुड़ी बीमारी है जिसे जीवनशैली सुधारकर ही ठीक किया जा सकता है। वहीं अन्य सदस्यों ने भी राजयोग और आहार व्यवहार पर अटेंशन देकर डायबिटीज से बचने का आहवान किया।