पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण के लिए पूरे विश्व में 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस के रुप में मनाया जाता है। इसी के उपलक्ष्य में 10 दिवसीय पर्यावरण जन-जागृति अभियान का शुभारम्भ छत्तीसगढ़ के कोरबा में एगजे़गेटिव इंजीनियर जी.आर साहू, पंजाब नेशनल बैंक के सेवानिवृत प्रबंधक राकेश अग्रवाल, अक्षय हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. के.सी देबनाथ, स्थानीय सेवाकेन्द्र प्रभारी बीके रुकमणी ने दीप जलाकर किया।
प्लास्टिक प्रदूषण प्राणियों के लिए घातक साबित हो चुका है, बहुउपयोगी, बहुआयामी प्लास्टिक पदार्थ होने के बाद भी विश्व हित में आज प्लास्टिक के संतुलित उपयोग के लिए हम सबको कदम उठाना चाहिए। इस मुद्दे पर खास सभी का ध्यान खिंचवाने के लिए सेवाकेन्द्र पर प्लास्टिक प्रदूषण मुक्त अंचल विषय पर आयोजित कार्यक्रम में डॉ. के.सी देबनाथ ने प्रदूषण के साथ संतुलन बनाए रखने पर ज़ोर दिया।
वहीं कार्यक्रम में मौजूद अन्य मुख्य अतिथियों ने सभी प्रदूषण का मूल… मानसिक प्रदूषण बताते हुए कहा कि आज मानव का मन नकारात्मक विचारधारा की वजह से प्रदूषित हो गया है। इस दौरान बीके रुकमणी ने सभी से ये आग्रह किया कि पर्यावरण की सुरक्षा को कायम रखने के लिए प्रत्येक व्यक्ति एक पौधा लगाए और वर्ष भर उसकी देखभाल करें।
यह कार्यक्रम बच्चों के समर कैम्प के दौरान आयोजित हुआ था, जिसमें चित्रकाला प्रतिस्पर्धा में सभी ने भाग लेकर प्लास्टिक प्रदूषण से होने वाले नुकसान, उसकी रोक के लिए कई संदेश भरे चित्र बनाए। इस दौरान अतिथियों समेत सेवाकेन्द्र से जुड़े सदस्यों ने शहर में पर्यावरण को शुद्ध बनाने के लिए रैली निकाली तो वहीं सेवाकेन्द्र पर बीके बहनों ने पौधारोपण किया।
इसी क्रम में गेवरा दीपका के साधना भवन में परिचर्चा आयोजित की गई, जिसमें दीपका क्षेत्र के पर्यावरण एस.ई.सी.एल के उप महाप्रबंधक यू.सी दुमका ने कहा कि पर्यावरण को हम दो भागों में विभाजित कर सकते हैं पहला सजीव और दूसरा है निर्जीव। दोनो का अपासी संबंध बताते हुए आगे उन्होंने कहा कि आक्सीजन के बना हम जीवित नहीं रह सकते और पानी भी जीवन के लिए आवश्यक है।
मौके पर सरस्वती शिशु मंदिर के प्राचार्य एस.एल राठौर, नगर पालिका परिषद से उतरा कुम्भकार, पार्षद कुसुमलता कैर्वत्र्य, जिला अध्यक्ष उदय चैधरी ने दीप जलाकर बाल व्यक्तित्व विकास शिविर का शुभारम्भ किया।
इस दौरान प्रतिभागी बच्चों के लिए आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में कई बच्चे विजयी बने।