ऐसा कहा जाता है की योग में जब हमारी समझ और एहसासों का मेल होता है तब हमे गहरी और वास्तविक शांति की अनुभूति होती है. योग का मूल अर्थ ही है इस भौतिक दुनिया से दूर हो आतंरिक दुनिया में समाकर खुदा को जानना और अपने से दिल की सारी बाते करना. ऐसी परमात्म अनुभूति के लिए व विशेष बीके भाई बहेनो के लिए चंडीगढ़ के धनास में ‘गेट टूगेदर‘ का आयोजन किया गया.
इस कार्यक्रम में माउंट आबु से पधारी ज्ञानामृत पत्रिका की सह संपादिका बीके उर्मिला, मुंबई से पधारे फार्मास्यूटिकल एंड क्लीनिकल रिसर्च संगठनों के लिए मेडिकल एडवाइजर एंड कंसल्टेंट डॉ सचिन परब और पानीपत से ज्ञानमान सरोवर के निदेशका बीके भारतभूषण, स्थानीय सेवाकेन्द्र की प्रभारी बीके लाज, वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके परमजीत समेत खुदा लाहौर, यु.टी चंडीगढ़ के सरपंच राकेश शर्मा मुख्य तौर पर उपस्थित थे.