दीपावली खुशियों का त्यौहार है रोशनी का त्यौहार है, महालक्ष्मी के आहवान करने का पर्व है और जब हम इस पर्व के पीछे छिपे आध्यात्मिक रहस्यों को जानकर सही अर्थों में दीपावली पर्व मनाएंगे तभी जीवन में सच्ची सुख शांति व समृद्धि आ सकती और इसी लक्ष्य के साथ देश के तमाम बड़े राज्यों व शहरों में ब्रह्माकुमारीज़ सदस्यों के द्वारा हर्षोल्लास के साथ दीपावली का उत्सव मनाया गया। जिसमें सबसे पहले चलते हैं छत्तीसगढ़ के भिलाई में जहां हर्षोल्लास के साथ दीपावली मनाई गई जिसमें भिलाई सेवाकेंद्र प्रभारी बी.के. आशा, वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बी.के गीता, बी.के प्राची, एवं अन्य बी.के बहनों समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
इस उत्सव में विश्व महाराजा और विश्वमहारानी श्रीलक्ष्मी नारायण की सुंदर प्रतिमा सजाई गयी थी जिसका आध्यात्मिक महत्व बताते हुये बीके आशा ने कहा कि सर्वशक्तिमान परमात्मा शिव हमें देवी – देवताओं जैसा सर्वगुण संपन्न, सोलह कला संपूर्ण व मर्यादा पुरूषोत्तम बना रहे हैं, इस दौरान उन्होंने प्रदूषण मुक्त दीपावली मनाने का भी आह्वान किया वहीं अन्य बी.के बहनों ने भी आत्मा रूपी दीपक जलाये रख शुभ दीपावली मनाने की बात कही।
इस मौके पर श्रीकृष्ण एवं यशोदा की रंगोली भी बनाई गयी थी जिसकी सभी ने सराहना की, साथ ही सभी ने नृत्य व रास कर खुशियां मनाई।