अगली खबर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की है जहां 35 फुट उंचे पहाडो पर सजी चैतन्य झांकी सभी के लिए उमंग उत्साह का केंद्र बनी थी जीवन को खुशहाल बनाने के लिए देवियों से शक्तियां प्राप्त करने के लिए भक्तों की लगी भीड़ देखते ही बनती थी चैतन्य देवियों का ऐसा रूप देखकर भक्त स्वयं को शक्तिशाली महसूस कर रहे थे।
नवरात्री के अंतिम दिन इस झांकी का शुभारंभ महापौर किशोर राय, रेलवे के सीनियर डीविजनल सिक्योरिटी कमिश्नर भवानी नाथ, डी.आर.एम बी गोपीनाथ माल्या, टी.आई रघुनंदन और टिकरापारा सेवाकेंद्र प्रभारी बीके मंजू ने दीप जलाकर किया।
इस अवसर पर बीके मंजू ने दर्शन करने आए लोगो को अध्यात्मिक चित्र प्रदर्शनी समझाते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति जब स्वयं को आत्मा समझ परमपिता परमात्मा शिव को अपना अविनाशी पिता समझ उनसे बुद्धियोग लगाता है तो आत्मा में स्वतः ही सुख, शांति, पवित्रता जैसे दैविय गुण प्राप्त होने लगते हैं परमात्मा से बुद्धियोग लगाने की इस विधि को ही राजयोग कहते हैं।