इसी क्रम में अंबिकापुर में विकास खण्ड स्तरीय योग प्रशिक्षण शिविर में ब्रह्माकुमारीज़ में सरगुजा क्षेत्र की प्रभारी बीके विद्या ने शिक्षको को स्वस्थ रहने के लिए शारीरिक योग के साथ मानसिक योग का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि आज व्यक्ति अपनी आंतरिक शक्तिओं को न जानने के कारण अपने जीवन में उनका प्रयोग नहीं कर पा रहा है। और राजयोग एक ऐसी विधा है जिससे व्यक्ति अपनी आंतरिक शक्तिायों को जान सकता है और जाग्रत भी कर सकता है। और अंत में राजयोग का अभ्यास भी कराया।
यह योग प्रशिक्षण शिविर छत्तीसगढ़ योग आयोग और समाज कल्याण विभाग द्वारा आयोजित था। जिसमें 200 से भी अधिक शिक्षकगण उपस्थित थे।